चौड़ी नहीं हो पाई राजधानी रायपुर शहर की सड़कें, हजारों की आबादी रोजाना जाम से हो रही परेशान

राजधानी रायपुर धीरे-धीरे महानगर की शक्ल लेता जा रहा है, लेकिन भीतरी इलाके की सड़कें संकीर्ण और केवल 15 से 20 फीट तक होने के कारण हर जगह जाम के हालात बन रहे हैं। इससे सड़कें संकरी होती जा रही हैं।

राजधानी रायपुर धीरे-धीरे महानगर की शक्ल लेता जा रहा है, लेकिन भीतरी इलाके की सड़कें संकीर्ण और केवल 15 से 20 फीट तक होने के कारण हर जगह जाम के हालात बन रहे हैं। चाहे सदर बाजार, मालवीय रोड, गोलबाजार, केके रोड, एमजी रोड, रामसागरपारा, स्टेशन रोड, पंडरी रोड, शारदा चौक से जीई रोड हो या फिर संतोषीनगर रोड, पचपेड़ी नाका समेत अन्य प्रमुख सड़कें, यहां हर समय जाम की समस्या से लोग जूझ रहे हैं।

सड़कें संकरी होने के साथ फुटपाथ पर दुकानदारों और अन्य का कब्जा होने के कारण ये हालात बने हैं। शारदा चौक से तात्यापारा की सड़क का चौड़ीकरण मुआवजा लंबित होने के कारण नहीं हो पा रहा है। हालांकि सड़क चौड़ीकरण करने शासन ने निगम को करोड़ों रूपये दे दिए है। यही हाल अन्य सड़कों का भी है। शहर की मुख्य सड़क और फुटपाथ पर अवैध कब्जे, ठेले, खोमचे, चश्मा, फल, कपड़े बेचने वालों की भीड़ के कारण यातायात पूरी तरह से अव्यवस्थित हो गई है। दिन हो या देर शाम, इन मुख्य सड़कों से लोगों को गुजरना मुश्किल होता जा रहा है। छोटी-छोटी लापरवाही के कारण मुख्य बाजार में जाम लगना आम बात है। इससे सड़कें संकरी होती जा रही हैं।

पिछले दिनों शहर के संकीर्ण मार्गों और चौक-चौराहों का यातायात पुलिस, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से भ्रमण किया था। वहीं कलेक्टर रायपुर ने सड़क सुरक्षा समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर शहर में सुरक्षित यातायात व्यवस्था बनाए जाने के संबंध में आ रही बाधाओं को चिह्नांकित कर त्वरित निराकरण का उपाय करने को अधिकारियों को निर्देशित किया था। इसके बाद यातायात में बाधक तत्वों की पहचान का आवश्यक निर्माण की कार्रवाई प्रशासन ने शुरू की है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही यातायात को व्यवस्थित करने निर्माण कार्य के साथ कार्रवाई की जाएगी।

यहां पैदल चलना भी मुश्किल
जयस्तंभ चौक से फूलचौक जाने वाला लेफ्ट टर्न हमेशा बंद रहता है।इससे मालवीय रोड पर लंबी लाइन लग जा रही है। यही हाल कोतवाली चौक के चारों ओर की सड़क का है। यहां पर पार्किंग का कहीं नियम दिखाई नहीं देता। लोग जहां चाह रहे हैं, वहीं गाड़ी पार्क कर रहे हैं। सिटी कोतवाली थाने के सामने यह नजारा आसानी से देखा जा सकता है। यही हाल शारदा चौक का भी है। चौक-चौराहों पर लेफ्ट टर्न हमेशा जाम रहता है। लेफ्ट जाने वालों के लिए जगह नहीं रहती। प्रमुख सड़कों और बाजारों में पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। सड़क पर ही गाड़ियां पार्क की जा रही हैं।

बाइकर्स ने बढ़ाई परेशानी
प्रेशर हार्न और हाई स्पीड बाइकर्स ने लोगों को परेशानी बढ़ाकर रखा है। मुख्य सड़कों पर अगर आप सावधानी से दोपहिया चलाते हुए नहीं चलते हैं तो फर्राटे भरते हुए हाईस्पीड बाइकर्स कब आपको टक्कर मारते हुए निकल जाएं, कुछ कहा नहीं जा सकता।

सड़क पर बढ़ रहे कब्जे

ठेले, खोमचे वालों के साथ दुकानें भी सड़क पर बढ़ाकर लगाई जा रही हैं। अधिकतर सड़कों पर कारोबारियों ने 15-20 फीट सड़कों पर सामान सजाकर रखा है। गुमटियां बना ली गई हैं और ठेले लगाए जा रहे हैं। इससे सड़कें संकरी हो गई हैं। इन्हीं वजहों से अधिकतर सड़कों पर जाम लग रहा है। यातायात पुलिस इसे सुधारने की सालों से कोशिश करती आ रही है, लेकिन कामयाबी मिलती नहीं दिखाई दे रही है। यातायात अव्यवस्थित होने की मुख्य वजह शहर के भीतर होने वाले बड़े आंदोलन, प्रदर्शन भी हैं।

लेफ्ट टर्न हमेशा जाम
रायपुर शहर में 70 से ज्यादा चौक-चौराहे हैं, जहां पर सिग्नल लगे हुए हैं। अधिकतर चौक पर लेफ्ट टर्न फ्री नहीं रहता। यातायात नियमों की पूरी जानकारी नहीं होने के कारण लोग जहां-तहां गाड़ी पार्क कर देते हैं।

स्टाप लाइन क्रास
सभी चौक-चौराहों पर स्टाप लाइन और जेब्रा क्रासिंग खींची गई है। इससे गाड़ियां लाइन के पहले खड़ी हों, लेकिन आमतौर पर लगभग सभी सड़कों पर स्टाप लाइन पार करके ही गाड़ियां खड़ी करते हैं।
शहर की मुख्य सड़कों पर यातायात बाधित करने वाले दुकानदार, ठेले, खोमचे आदि के खिलाफ नगर निगम के साथ मिलकर कार्रवाई की जाएगी। नो पार्किंग जोन में खड़ी वाहनों हटाकर यातायात को व्यवस्थित करेंगे।

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